स्मार्ट इंडिया हैकथॉन में बोले पीएम मोदी- युवा भारत टैलेंट का भंडार, नई शिक्षा नीति से आत्मनिर्भर होगा देश

नई दिल्ली। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन हैकथॉन के ग्रैंड फिनाले को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि युवा भारत टैलेंट का भंडार है और देश की समस्याओं के लिए उनके पास नए और रचनात्मक समाधान हैं। थोड़े से गाइडेंस के साथ वे कोविड-19 महामारी के बीच और उसके बाद के समय में देश को काफी आगे ले जा सकते हैं।

उन्होंने नई शिक्षा नीति की तारीफ करते हुए कहा कि इसमें पहले की कमियों को दूर किया गया है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति नौकरी खोजने वालों के बजाय नौकरी देने वालों को बनाने पर जोर देती है। पीएम मोदी ने कहा, कोरोना वायरस महामारी के दौर में हैकाथॉन आयोजित करना बड़ी चुनौती था। मैं इसमें भाग लेने वालों और आयोजनकर्ताओं को बधाई देता हूं कि उन्होंने इस इवेंट को संभव बनाया।

पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी ज्ञान की सदी है और इस दौरान सीखने पर फोकस होना चाहिए। उन्होंने कहा कि तेजी से बदलती हुई दुनिया में भारत को अपनी वही प्रभावी भूमिका निभाने के लिए उतनी ही तेजी से बदलना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति में पहले की कमियों को दूर किया गया है। उन्होंने कहा कि अब अगर कोई मैथ और म्यूजिक की एक साथ पढ़ाई चाहता है तो वह ऐसा कर पाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नई शिक्षा नीति से न सिर्फ भारत की भाषाएं बढ़ेंगी बल्कि दुनिया भी भारत की समृद्ध भाषाओं से परिचित होगी। उन्होंने कहा, अब एजुकेशन पॉलिसी में जो बदलाव लाए गए हैं, उससे भारत की भाषाएं आगे बढ़ेंगी, उनका और विकास होगा। ये भारत के ज्ञान को तो बढ़ाएंगी ही, भारत की एकता को भी बढ़ाएंगी। इससे विश्व का भी भारत की समृद्ध भाषाओं से परिचय होगा। और एक बहुत बड़ा लाभ ये होगा की विद्यार्थियों को अपने शुरुआती वर्षों में अपनी ही भाषा में सीखने को मिलेगा।

संवाद के दौरान प्रतिभागी छात्रों ने अपने-अपने इनोवेटिव आइडियाज और तकनीकी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शेयर किया। पीएम ने भी प्रतिभागियों की हौसलाअफजाई की। प्रधानमंत्री से रूबरू होने पर स्टूडेंट भी काफी खुश दिखे। पहला स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2017 में शुरू किया गया था। इसे एचआरडी मिनिस्टिरी और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद संयुक्त रूप से आयोजित करती हैं।

इस दौरान पीएचडी कॉलेज ऑफ कोयंबटूर की टीम ‘माइंड बेंडर्स’ के एक प्रतिभागी कुंदन ने मशीन लर्निंग के इस्तेमाल वाली एक ऐसी तकनीक के बारे में पीएम मोदी को बताया जिससे पुलिसिंग में सुधार हो सकती है। प्रतिभागी ने बताया कि उनकी टीम एक ऐसा प्लेटफॉर्म बना रही है जिससे पुलिस को लोगों की समस्याओं को सही से समझने में आसानी होगी। पुलिस और लोगों के बीच का गैप पटेगा। लोगों में पुलिस का जो डर है बह खत्म होगा। इस दौरान बहुत रोचक संवाद भी हुआ।

पीएम मोदी ने कुंदन नाम के उस स्टूडेंट से पूछा कि क्या आपको पुलिस के पास कभी जाना पड़ा है तो स्टूडेंट ने जवाब दिया कि हां, एक बार मोबाइल खोने के सिलसिले में उसे पुलिस के पास जाना पड़ा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पुलिसिंग में ह्यूमन टच बहुत जरूरी है। इसमें आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का बहुत बड़ा रोल हो सकता है। उन्होंने स्टूडेंट को इससे जुड़े इनोवेशन को सफल बनाने के लिए शुभकामना भी दी।

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