Modi 3.0: शपथ से पहले पीएम आवास में चाय पर चर्चा, मोदी बोले- 100 दिन के रोडमैप को जमीन पर उतारें
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद आज देश में नई सरकार बनने जा रही है। वाराणसी लोकसभा सीट से जीत की हैट्रिक लगाने वाले नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। वह आज शाम 7 बजकर 15 मिनट पर शपथ लेंगे। उनके साथ कई नवनिर्वाचित सांसद भी कैबिनेट मिनिस्टर के रूप में शपथ लेंगे।
पीएम मोदी के शपथ समारोह से पहले पीएम आवास पर बीजेपी नेताओं और संभावित मंत्रियों की चाय पर बैठक हुई। इस दौरान उन्होंने संभावित मंत्रियों को मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं को समय पर पूरा करें।
शपथ ग्रहण समारोह से पहले आज चाय पर भाजपा नेताओं से मुलाकात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संभावित मंत्रियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि वे शासन पर ध्यान दें और 100 दिन के रोडमैप को जमीन पर उतारें। उन्होंने कहा कि सभी लोग परियोजनाओं को समय पर पूरा करें।
बता दें, कैबिनेट गठन से पहले पीएम मोदी हर बार चाय पर भाजपा नेताओं से मुलाकात करते हैं। साल 2014 में भी ऐसी ही बैठक आयोजित हुई थी। अब नरेंद्र मोदी ने संभावित मंत्रियों से कहा कि आप सभी सरकार पर ध्यान दें और सुनिश्चित करें कि परियोजनाएं समय पर पूरी हों।
केंद्रीय मंत्रिपरिषद में मनोहर लाल, शिवराज सिंह चौहान, बंदी संजय कुमार और रवनीत सिंह बिट्टू सहित कई नए चेहरों के शामिल होने की उम्मीद है। अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, अश्विनी वैष्णव, निर्मला सीतारमण और मनसुख मंडाविया जैसे वरिष्ठ नेताओं के भी अपने पदों पर बने रहने की संभावना है।
शिवसेना के प्रतापराव जाधव, भाजपा के सी आर पाटिल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, राव इंद्रजीत सिंह, नित्यानंद राय, भागीरथ चौधरी और हर्ष मल्होत्रा को भी शामिल किया जा सकता है। इनके अलावा, भाजपा के जितिन प्रसाद और रक्षा खडसे के भी नई सरकार में शामिल होने की उम्मीद है। निर्मला सीतारमण, सर्बानंद सोनोवाल और किरण रिजिजू भी शपथ लेंगे। वहीं, चिराग पासवान, एचडी कुमारस्वामी, अनुप्रिया पटेल, जयंत चौधरी और जीतन राम मांझी जैसे सहयोगियों को मंत्री पद मिलने की संभावना है।
भाजपा की रणनीति उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में अपने नुकसान को संतुलित करने में है। पार्टी ने नए मंत्रिमंडल को अंतिम रूप देने के लिए पीएम मोदी, अमित शाह, नड्डा और बीएल संतोष के साथ 11 घंटे की बैठक की। सीतारमण और जयशंकर के साथ शाह, राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी जैसे प्रमुख मंत्रियों के अपने-अपने विभागों को बनाए रखने की उम्मीद है।
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