लखनऊ। संसद में सेंगोल पर एक बार फिर से विवाद शुरू हो गया है। गुरुवार को संसद के बाहर मीडिया से बातचीत में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने पीएम मोदी पर तंज कसा। उन्होंने कहा- मुझे लगता है कि जब पहली बार सेंगोल लगा था, तो प्रधानमंत्री ने इसे प्रणाम किया था। लेकिन इस बार शपथ के दौरान प्रणाम करना भूल गए, इसी को याद दिलाने के लिए हमारे सांसद ने ये बयान दिया। अखिलेश के बयान के बाद केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत चौधरी का जवाब आया है। अनुप्रिया ने पूछा- जब संसद में सेंगोल स्थापित हुआ, तब सपा सांसद कहां थे? बुधवार को मोहनलालगंज से सपा सांसद आरके चौधरी ने संसद से सेंगोल हटाने की मांग की थी। उन्होंने स्पीकर को लेटर लिखकर कहा था कि सेंगोल राजदंड, राजतंत्र का प्रतीक है। संसद लोकतंत्र का मंदिर है। किसी राज-रजवाड़े का महल नहीं। इसलिए, संसद से सेंगोल हटाकर संविधान की विशाल प्रति लगवानी चाहिए।
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