देश भर में होली त्यौहार पर 50 हज़ार करोड़ रुपए से ज़्यादा का हुआ व्यापार

Mar 24, 2024 - 00:09
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देश भर में होली त्यौहार पर 50 हज़ार करोड़ रुपए से ज़्यादा का हुआ व्यापार

होली पर बिकने वाले चीनी सामान का व्यापारियों एवं लोगों ने किया बहिष्कार

इस वर्ष होली के त्यौहार से दिल्ली सहित देश भर के व्यापारियों में एक नई उमंग और उत्साह का संचार हुआ है और व्यापार के भविष्य को लेकर एक बार फिर नई आशा जगी है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष होली के त्योहारी सीजन में देश भर के व्यापार में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है जिसके कारण देश भर में 50 हज़ार करोड़ से ज़्यादा का व्यापार हुआ है। अकेले दिल्ली में ही यह 5 हज़ार करोड़ रुपये के व्यापार की संभावना है।पिछले वर्षों की तरह चीनी सामान का न केवल व्यापारियों ने बल्कि आम लोगों ने भी पूर्ण बहिष्कार किया। होली से जुड़े सामान का देश में आयात लगभग 10 हजार करोड़ का होता है जो इस बार बिल्कुल नगण्य रहा।

कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री एवं चाँदनी चौक से भाजपा प्रत्याशी श्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा की इस बार होली की त्यौहारी बिक्री में चीन का बने हुए सामान का व्यापारियों एवं ग्राहकों ने बहिष्कार किया और केवल भारत में ही निर्मित हर्बल रंग एवं गुलाल, पिचकारी, ग़ुब्बारे, चंदन, पूजा सामग्री, परिधान सहित अन्य सामानों की जमकर बिक्री हो रही है वहीं मिठाइयां, ड्राई फ्रूट, गिफ्ट आइटम्स, फूल एवं फल, कपड़े, फ़र्निशिंग फैब्रिक, किराना, एफएमसीजी प्रोडक्ट, कंज्यूमर ड्युरेबल्स सहित अन्य अनेकों उत्पादों की भी ज़बरदस्त माँग बाज़ारों में दिखाई दे रही है।

श्री खंडेलवाल ने बताया की इस वर्ष दिल्ली सहित देश भर में भर में बड़े पैमाने पर होली समारोहों का आयोजन हो रहा है जिसके चलते बैंक्वेट हाल, फार्म हाउस, होटलों, रेस्टोरेंट एवं सार्वजनिक पार्कों में होली समारोहों आयोजनों का तांता लगा हुआ है और इस सेक्टर ने दो वर्ष के बाद अच्छा व्यापार के दिन देखे हैं। अकेले दिल्ली भर में छोटे बड़े मिलाकर 3 हज़ार से ज़्यादा होली मिलन समारोह आयोजित हो रहे हैं और सभी कार्यक्रमों में शामिल लोगों को चेहरों पर एक नई ख़ुशी तथा उत्साह का वातावरण देखने को मिल रहा है। 

होली का पर्व नजदीक आते ही दिल्ली के सभी थोक एवं खुदरा बाजार पूरी तरह सजे हुए हैं। सभी बाजारों में दुकानों पर गुलाल और पिचकारी के साथ होली के अन्य सामानों की खरीदारी के लिए भीड़ लगी है।मिठाई की दुकानों पर ख़ास तौर से होली पर बनने वाली गुंजिया आदि के बड़े स्तर पर बिक्री हो रही ह। 

कैट प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र जैन ने कहा की देश में 24 मार्च को होली जलाई जाएगी जबकि रंगों का पर्व 25 मार्च को मनाया जाएगा। होली के रंग में बाजार भी रंगे हुए नजर आने लगे हैं। बाजार में रंग बिरंगे गुलाल और पिचकारी के अलावा गुजिया के हार और मेवा से दुकानें सजी हुई है।बाजार में खरीददारी के लिए लोगों की प्रतिदिन बड़ती जा रही है।

कैट प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष संदेश जैन एवं उपाध्यक्ष जितेंद्र पचौरी ने बताया कि होली पर रिश्तेदारों के यहां हार और मिठाई के साथ में मेवे की माला ले जाने की परंपरा के चलते खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ दुकानों पर लगी रही। इसके चलते बाजार में चहल पहल बनी रही। केमिकल युक्त गुलाल, रंग से की बजाय हर्बल रंग, अबीर और गुलाल की सर्वाधिक माँग बाज़ारों में है वहीं ग़ुब्बारे और पिचकारी की माँग पिछले सालों के मुक़ाबले कुछ ज़्यादा ही है। आज और अगले दिन रविवार को व्यापारियों को रिकॉर्ड तोड़ बिक्री होने का अनुमान है।

कैट प्रदेश सचिव दीपक सेठी ने बताया की इस बार बाजार में अलग-अलग तरह की पिचकारी गुब्बारे और अन्य आकर्षक आइटम आए हैं। प्रेशर वाली पिचकारी 100 रुपये से 350 रुपये तक की उपलब्ध है। टैंक के रूप में पिचकारी 100 रुपये से लेकर 400 रुपये तक में उपलब्ध है। इसके अलावा फैंसी पाइप की भी बाजार में धूम मची है। बच्चे स्पाइडर मैन, छोटा भीम आदि को बच्चे खूब पसंद कर रहे है वहीं गुलाल के स्प्रे की माँग बेहद हो रही है।

कैट प्रदेश कार्यकारिणी कोऑर्डिनेटर (महिला विंग) सीमा सिंह चौहान ने बताया कि कई राधा कृष्ण मंदिर में फूलों की पत्तियों से होली पर्व मनाया जाता है इसी तरह जबलपुर में भी कई मंदिरों में फूलों की पत्तियों से होली मनाने की पूरी तैयारी की गई है।

कैट जबलपुर जिला अध्यक्ष रोहित खटवानी एवं जबलपुर सचिव मनु शरत तिवारी ने कहा कि इस होली महापर्व में रंगों की दुकानों के अलावा लोकल मिठाइयों की दुकानों में तरह-तरह के पकवान बनाए जाते हैं जो खासकर होली पर्व में ही मिलते हैं इस तरीके की ट्रेडिशनल मिठाइयों की डिमांड दिन प्रतिदिन त्योहारों में बढ़ती जा रही है। इससे लोकल फॉर वोकल व्यापार में भारी बढ़ोतरी देखी जा रही है।

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