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देश के मुसलमानों को सीएए से कोई खतरा नहीं: रजनीकांत

नई दिल्ली। तमिल सुपरस्टार रजनीकांत ने बुधवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सीएए मुसलमानों के लिए खतरा नहीं है। अगर उन्हें इससे कोई भी परेशानी हुई तो उनके समर्थन में आवाज उठाने वाले वे सबसे पहले व्यक्ति होंगे। केंद्र सरकार भी लोगों को आश्वासन दे चुकी है कि इस कानून से देश के नागरिकों को परेशानी नहीं होगी।

बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर लगातार देश के कई हिस्सों में विरोध किया जा रहा है। विशेषकर नई दिल्ली के शाहीन बाग में लोगों ने बीते कई दिनों से इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन जारी रखा है। देश में सीएए को लेकर पहली बार किसी जिम्मेदार व्यक्ति ने सही बयान दिया है। हालांकि राजनीतिक पार्टियां अपने हितों को साधने में लगी हुई है।

तमिल सुपरस्टार रजनीकांत ने सीएए पर बयान देते हुए कहा, नागरिकता संशोधन कानून अपने देश के नागरिकों पर कोई प्रभाव नहीं डालेगा। अगर मुस्लिमों पर इसका असर हुआ तो मैं इसके खिलाफ खड़ा होने वाला पहला व्यक्ति रहूंगा। एनपीआर केवल बाहरी व्यक्तियों के बारे में जानने के लिए है। यह स्पष्ट किया जा चुका है कि एनआरसी अभी तक तैयार नहीं हुआ है।

इससे पहले रजनीकांत ने 21 जनवरी को पेरियार पर दिए आपत्तिजनक बयान पर माफी मांगने से इनकार कर दिया था। उन्होंने ने कहा था- पेरियार भगवान के कट्‌टर आलोचक थे। उन्होंने 1971 की एक रैली में भगवान राम-सीता की आपत्तिजनक तस्वीर दिखाई थी। लेकिन, किसी ने उनकी आलोचना नहीं की। इसके बाद द्रविड़ संगठन ने रजनीकांत से बिना शर्त माफी की मांग की थी। पत्रिकाओं और अखबारों की कटिंग दिखाते हुए अभिनेता ने कहा था कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं बोला है। वे अपने बात साबित कर सकते हैं।

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