
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट दिल्ली के शाहीनबाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को हटाने की याचिका पर सोमवार को सुनवाई करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को दिल्ली में होने वाले चुनाव के मद्देनजर शुक्रवार को होने वाली सुनवाई टाल दी है।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कहा कि वह दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के कारण सड़क बंद होने की समस्या को समझती है और अदालत ने प्रदर्शनकारियों को हटाने की मांग करने वाली याचिका सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी है। न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और केएम जोसेफ की खंडपीठ ने कहा, हम समझते हैं कि समस्या है। सवाल यह है कि हम इसे कैसे हल करते हैं।
अदालत ने याचिका की सुनवाई स्थगित करते हुए कहा कि चीजों को सामने आने दीजिए। अदालत ने माना कि वह शनिवार को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के कारण याचिका स्थगित कर रही है। याचिकाकर्ताओं ने शाहीन बाग 13 ए रोड अवरुद्ध होने के खिलाफ शीर्ष अदालत का रुख किया था।
याचिकाकर्ता, अधिवक्ता अमित साहनी ने कहा कि मतदान शनिवार को होना है। खंडपीठ ने कहा कि इसीलिए सोमवार को याचिका पर सुनवाई होगी। न्यायमूर्ति संजय किशन कौल ने कहा कि अदालत सोमवार को इसे सुनने के लिए बेहतर स्थिति में होगी। साहनी ने जोर देकर कहा कि सोमवार तक चुनाव खत्म हो जाएंगे। शीर्ष अदालत ने यह भी माना कि इस मामले की सुनवाई हाईकोर्ट को करनी चाहिए थी।
बता दें कि सीएए और एनआरसी को लेकर कई दिनों से दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में प्रदर्शन जारी हैं। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हैं। प्रदर्शनकारी लगातार मोदी सरकार पर संविधान को कुचलने और लोकतंत्र को खत्म करने जैसे आरोप लगा रहे है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जबतक सरकार इस कानून को वापस नहीं लेती, तबतक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।