
नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चल रहे तीन दिन के अनुष्ठान का आज दूसरा दिन है। इस बीच, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने राम मंदिर को लेकर अपना समर्थन जारी करते हुए एक बयान जारी किया है और बयान का अंत ‘जय सियाराम’ के साथ किया है। प्रियंका गांधी ने अपने पत्र में भगवान राम के चरित्र को भारतीय भूभाग में मानवता को जोड़ने वाला बताया है।
प्रियंका गांधी ने लिखा है कि कई युगों से भगवान राम का चरित्र भारतीय भूभाग में मानवता को जोड़ने वाला रहा है। उन्होंने लिखा कि भगवान राम आश्रय हैं और त्याग भी। राम शबरी के हैं और सुग्रीव के भी। राम बाल्मिकि के हैं और भास के भी। राम कबीर के बहैं और तुलसीदास के है तथा रैदास के भी। प्रियंका गांधी ने लिखा है कि सबके दाता राम हैं।
उन्होंने अपने वक्तव्य को ट्वीट करते हुए लिखा- सरलता, साहस, संयम, त्याग, वचनवद्धता, दीनबंधु राम नाम का सार है। राम सबमें हैं, राम सबके साथ हैं। भगवान राम और माता सीता के संदेश और उनकी कृपा के साथ रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने।
प्रियंका गांधी ने कहा कि, गांधी के रघुपति राघव राजा राम सबको सम्मति देने वाले हैं। वारिस अली शाह कहते हैं जो रब है वही राम है। राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त राम को ‘निर्बल का बल’ कहते हैं। तो महाप्राण निराला ‘वह एक और मन रहा राम का जो न थका’ की कालजयी पंक्तियों से भगवान राम को ‘शक्ति की मौलिक कल्पना’ कहते हैं।
गांधी ने कहा कि, राम साहस हैं, राम संगम हैं, राम संयम हैं, राम सहयोगी हैं। राम सबके हैं। भगवान राम सबका कल्याण चाहते हैं। इसीलिए वे मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। आगामी 5 अगस्त, 2020 को रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम रखा गया है। भगवान राम की कृपा से यह कार्यक्रम उनके संदेश को प्रसारित करने वाला राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का कार्यक्रम बने.. जय सियाराम।