
नई दिल्ली। वास्तविक नियंत्रण रेखा पर जारी तनातनी के बीच गुरुवार को फ्रांस की दसॉल्ट कंपनी द्वारा निर्मित राफेल विमान औपचारिक तौर पर भारतीय वायुसेना का हिस्सा बन गए। राफेल विमान के बेड़े को 17 स्कवॉड्रन ‘गोल्डन ऐरोज’ में शामिल किया गया है।
इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, फ्रांस में उनकी समकक्ष फ्लोरेंस पार्ली, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत, वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया समेत कई लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम में हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज भी शामिल थे। हरियाणा स्थित अंबाला में वायुसेना के एयरबेस पर गुरुवार को सुबह 10 बजे के करीब राफेल के लिए सर्वधर्म पूजा हुई। इसके बाद राफेल, सुखोई, तेजस लड़ाकू विमानों और सारंग हेलीकॉप्टर ने करतब दिखाए।
इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, मैं ऐतिहासिक 17 स्कवॉड्रन को विशेष बधाई देना चाहूंगा। भारतीय पराक्रम के इतिहास में आपका नाम चमकीले अक्षरों में दर्ज है। राफेल ‘गोल्डन ऐरोज’ को नई चमक देगा। आप सभी राफेल, यानि ‘तूफान’ की तरह गतिशील रहकर देश की ‘अखंडता’ और ‘संप्रभुता’ की रक्षा करते रहें। उन्होंने कहा कि बदलते समय के साथ हमें खुद को तैयार रखना होगा, राष्ट्रीय सुरक्षा प्रधानमंत्री मोदी के लिए बड़ी प्राथमिकता है।
राजनाथ सिंह ने कहा आप हमारे उत्तरी सीमा पर सुरक्षा चुनौतियों से भली-भांति अवगत हैं। ऐसे में अपनी राष्ट्र की सुरक्षा के लिए हमें और अधिक मुस्तैदी से तैयार रहना होगा। हमारी चौकसी ही हमारी सुरक्षा का सबसे पहला उपाय है।
रक्षामंत्री ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने फॉर्वर्ड बेसेज पर जिस तेजी से अपने एसेट्स तैनात किए, वह एक भरोसा पैदा करता है, कि हमारी वायुसेना अपने दायित्वों को पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार है। भारत की जिम्मेदारी उसकी क्षेत्रीय सीमा तक सीमित नहीं है। हम हिंद-प्रशांत, हिंद महासागर क्षेत्र में शांति के लिए प्रतिबद्ध हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं आज यहां भारतीय वायु सेना के साथियों को बधाई देना चाहूंगा की, सीमा पर हाल में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दौरान, एलएसी के पास भारतीय वायु सेना ने जिस तेजी और सूझ-बूझ से कार्रवाई की, वह आपके प्रतिबद्धता को दिखाता है।
उन्होंने कहा कि हाल में अपनी विदेश यात्रा में मैंने, भारत के दृष्टिकोण को समूचे विश्व के सामने रखा। मैनें भारत की संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता को किसी भी हालात में समझौता नहीं करने के हल से भी सबको अवगत कराया और इसके लिये हम हर संभव तैयारी करने के लिये दृढ़ संकल्पित हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा, डिफेंस की मजबूती के पीछे हमारा उद्देश्य, हमेशा से विश्वशांति की कामना रहा है। इस राह में हमारा देश, कोई भी ऐसा कदम ‘न’ उठाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे कहीं भी शांति भंग हो। यही अपेक्षा हम अपने पड़ोसी, और दुनिया के बाकी देशों से भी करते हैं।