
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की दूसरी पुण्यतिथि पर वर्चुल माध्यम से आईसीसीआर मुख्यालय में वाजपेयी के चित्र का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि अटल जी के व्यक्तित्व में शक्ति और सौहार्द का अद्भुत समन्वय था। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन और आईसीसीआर के अध्यक्ष डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे भी मौजूद थे।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि आज, इस आभासी समारोह के माध्यम से, हम ऐसे शानदार राष्ट्रवादी के लिए अपने सम्मान का भुगतान कर रहे हैं, जिन्होंने भारत की राजनीति में कई शानदार अध्याय बनाए हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि अटल जी हमेशा उदार सोच और लोकतांत्रिक आदर्शों के लिए प्रतिबद्ध थे।
उन्होंने अपने अद्वितीय व्यक्तित्व की अमिट छाप छोड़ी और पार्टी कार्यकर्ता, संसद सदस्य, संसद की महत्वपूर्ण स्थायी समितियों के अध्यक्ष, विपक्ष के नेता, विदेश मंत्री और प्रधान मंत्री के रूप में अपनी विभिन्न भूमिकाओं के दौरान बहुत बड़ा योगदान दिया। अटल जी ने अपने आचरण से सभी राजनीतिक दलों और सार्वजनिक जीवन में सक्रिय लोगों को सिखाया कि राष्ट्रहित हमेशा सर्वोपरि था।
राष्ट्रपति ने कहा कि आज पूरी दुनिया कोविद-19 के कारण संकट में हैं। लेकिन वह अपने आत्मविश्वास को दिखाता है कि इस महामारी से उबरने के बाद हम तेजी से प्रगति और समृद्धि के रास्ते पर आगे बढ़ेंगे और 21 वीं सदी के भारत के शतक बनाने के अटल जी के सपने को साकार करने में सफल होंगे।
इससे पहले आज सुबह, राष्ट्रपति ने दूसरी पुण्यतिथि पर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी – सदाश अटल के स्मारक का दौरा किया।