
नई दिल्ली। ब्राजील के राष्ट्रपति जाइर मेसियास बोल्सोनारो राजधानी में 71वें गणतंत्र दिवस के मौके पर आयोजित होने वाले परेड के मुख्य अतिथि होंगे उनके साथ वहां के सात मंत्री, ब्राजीलियाई संसद में भारत-ब्राजील मैत्री समूह के अध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल भी भारत दौरे पर आएगा।
इससे पहले वर्ष 2016 में गोवा में आयोजित हुए आठवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ब्राजील के राष्ट्रपति मिशेल तेमेर ने भारत का दौरा किया था जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने नवंबर 2019 में ब्राजील की राजधानी ब्राजिलिया में आयोजित हुए 11वें शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था।
विदेश मंत्रालय ने कहा, राष्ट्रपति बोल्सोनारो का यह पहला भारत दौरा है। इससे पहले 1996 तथा 2004 में ब्राजील के राष्ट्रपति हमारे गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित हुए थे। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद 25 जनवरी को बोल्सोनारो के सम्मान में भोज आयोजित करेंगे। इस मौके पर वह राष्ट्रपति कोविंद से वार्ता करेंगे। इसके साथ ही वह प्रधानमंत्री के साथ भी वार्ता करेंगे।
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू तथा विदेश मंत्री डॉ. एस.जयशंकर भी बोल्सोनारो से मुलाकात करेंगे। बोल्सोनारो 27 जनवरी को भारत-ब्राजील व्यापार मंच की बैठक में दोनों देशों के व्यापारियों को संबोधित करेंगे। भारत और ब्राजील के करीबी और बहुआयामी रिश्ते हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा, हमारे संबंध साझा वैश्विक दृष्टिकोण, लोकतांत्रिक मूल्यों तथा दोनों देशों के आर्थिक विकास की प्रतिबद्धता पर आधारित हैं।
वर्ष 2006 में कूटनीतिक साझेदारी से द्विपक्षीय रिश्ते मजबूत होने के बाद से भारत और ब्राजील के संबंधों को लेकर एक नये चरण की शुरुआत हुई थी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों देशों के रिश्ते सिर्फ द्विपक्षीय स्तर पर ही मजबूत नहीं हैं, बल्कि ब्रिक्स, आईबीएसए, जी-20 तथा विशेषकर बहुपक्षीय संयुक्त राष्ट्र में भी प्रगाढ़ हुए हैं।
दोनों देशों के बीच 2018-19 में द्विपक्षीय व्यापार बढ़कर 8.2 अरब डॉलर का हो गया है। इसमें 3.8 अरब डॉलर का सामान भारत ब्राजील को निर्यात करता है, जबकि भारत 40.40 लाख डॉलर का सामान ब्राजील से आयात करता है। वर्ष 2018 में भारत का ब्राजील में छह अरब डॉलर का निवेश था जबकि ब्राजील ने भारत में एक अरब डॉलर का निवेश किया था।