छत्तीसगढ़

कल राजिम माघी पुन्नी मेले का शुभारंभ करेंगे सीएम भूपेश बघेल, धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू ने किया मेला क्षेत्र का निरीक्षण

रायपुर। देश दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाने वाले राजिम माघी पुन्नी मेला 9 फरवरी से शुरू हो रहा हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल माघ पूर्णिमा 9 फरवरी से महाशिवरात्रि 21 फरवरी तक आयोजित होने वाले इस मेले का शाम 7 बजे मुख्य मंच राजिम में उद्घाटन करेंगे। समारोह की अध्यक्षता प्रदेश के धर्मस्व मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू करेंगे। समारोह साधु-संतो के पावन सानिध्य में प्रारंभ होगा।

शुभारंभ समारोह में आचार्य महामंडलेश्वर अग्निपीठाधीश्वर बम्हाऋषि श्री रामकृष्णानंद जी महाराज, अमरकंटक, महंत श्री रामसुन्दर दास महाराज अध्यक्ष श्री राजीव लोचन मंदिर, राजिम, मंहत साध्वी प्रज्ञा भारती संरक्षक वेदरतन सेवा प्रकल्प छत्तीसगढ़, संत श्री गोवर्धनशरण महाराज सिरकट्टी आश्रम, संत श्री विचार साहेब, कबीर आश्रम नवापारा, ब्रम्हाकुमारी पुष्पा बहन, नवापारा सहित साधु-संत की गरिमामयी मौजूदगी रहेगी।

इस अवसर पर राज्य केबिनेट के मंत्रीगण श्री टीएस सिंहदेव, श्री रविन्द्र चौबे, डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, श्री मोहम्मद अकबर, डॉ शिवकुमार डहरिया, श्रीमती अनिला भेंडि़या, श्री जयसिंह अग्रवाल, श्री गुरू रूद्रकुमार, श्री उमेश पटेल, श्री अमरजीत भगत एवं नेता प्रतिपक्ष श्री धरमलाल कौशिक, सांसद रायपुर श्री सुनील सोनी, सांसद महासमुन्द श्री चुन्नीलाल साहू, विधायक श्री बृजमोहन अग्रवाल, श्री धनेन्द्र साहू, श्री अमितेष शुक्ल, श्री अजय चन्द्राकर, श्री डमरूधर पुजारी, डॉ. श्रीमती लक्ष्मी ध्रुव एवं नगर पालिका परिषद् गोबरा नवापारा के अध्यक्ष श्री धनराज मध्यानी और नगर पंचायत राजिम की अध्यक्ष श्रीमती रेखा राजू सोनकर विशेष अतिथि के रूप में उपस्थिति रहेगी।

धर्मस्व मंत्री ने किया मेला क्षेत्र का निरीक्षण
धर्मस्व मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू लगातार मेला क्षेत्र का भ्रमण कर तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। उन्होनें मौसम को ध्यान में रखते हुए वाटर प्रुफ पंडाल लगाने के निर्देश दिए है। धर्मस्व मंत्री ने निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य विभाग को मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था तथा डॉक्टरों की टीम हमेशा मौजूद रखने के निर्देश दिये हैं।

राजिम माघी पुन्नी मेला में छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक एवं लोक परम्पराओं पर आधारित कार्यक्रम की प्रमुखता रहेगी। राज्य के प्रमुख लोक कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी जायेगी। मुख्य मंच पर प्रतिदिन रात्रि 8 बजे से 10 बजे तक रंगारंग प्रस्तुति होगी। स्थानीय कलाकारों को भी मौका दिया जायेगा। स्थानीय कलाकारों के कार्यक्रम शाम 5.30 बजे से रात्रि 8 बजे तक होंगे।

मुख्य मंच के अलावा नीचे में भी मंच बनाया गया है, जहां मुख्य रूप से छत्तीसगढ़ी संस्कृति और रीति रिवाजों से परिपूर्ण कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाएंगे। मेले में नाचा, पंडवानी, रामधुनी, सुआ नृत्य, भोजली, डंडा नृत्य, राउत नाचा, गेड़ी आकर्षण के केन्द्र होंगे। मेले में शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को भी प्रदर्शित किया जाएगा। विभागीय प्रदर्शनी में कृषि, उद्यानिकी, महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य, वन, ग्रामोद्योग, हस्तशिल्प, आदिवासी विकास, पर्यटन, जनसंपर्क तथा जिला पंचायत के स्टाल लगेंगे।

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