छत्तीसगढ़: आदिवासियों संग थिरके राहुल गांधी

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी में यहां आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के उद्घाटन समारोह में शुक्रवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आदिवासी रंग में नजर आए। वह यहां आदिवासियों के साथ जमकर थिरके। राजधानी के साइंस कॉलेज मैदान में शुक्रवार को तीन दिनी राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव शुरू हुआ।

उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने परंपरागत तरीके से स्वागत किया। राहुल गांधी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक देश के हर धर्म, हर जाति की आवाज विधानसभा और लोकसभा में सुनाई नहीं देगी। जब तक सबको लेकर नहीं चलेंगे तब तक हिन्दुस्तान की अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी को सुधारा नहीं जा सकता है।

उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उनसे मुलाकात कर आदिवासियों के इस महोत्सव में शामिल होने का न्यौता देते हुए पूछा कि क्या वे महोत्सव में शामिल होने आएंगे। इस पर उन्होंने कहा कि जहां आदिवासियों की बात आती है तो उनसे पूछने की जरूरत नहीं है। वे दो मिनट में ही उस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंच जाते हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि आज आदिवासियों के इस महोत्सव में हम अलग-अलग राज्यों व देशों का नाच व गाना देखेंगे और सुनेंगे। इसे देखकर व सुनकर हम आदिवासियों के इतिहास के बारे में थोड़ा समझने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि मैं नहीं चाहता हूं कि आज सिर्फ हम महोत्सव में आवाज सुने और नाच देखे, बल्कि मैं चाहता हूं कि छत्तीसगढ़ चलाने में सरकार आपके विचारों को शामिल करें।

उन्होंने कहा कि आज दूर-दूर से हिन्दुस्तान के अलग-अलग प्रदेशों से आदिवासी भाई-बहन यहां आये हुए है। ये पहला और बहुत अच्छा कदम है। इस कदम और और तेजी व मजबूरी से आगे ले जाना चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि आदिवासियों के सामने बहुत समस्याएं हैं। उनकी समस्याएं छत्तीसगढ़ सरकार को सुनाई दे रही है। तेंदूपत्ता की बात हो या जमीन वापस देने की बात। प्रदेश सरकार आपके साथ मिलकर काम कर रही है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुझे जानकारी दी कि यहां पहले जो हिंसा हुआ करती थी उसमें कमी आई है। हिंसा में कमी क्यों आई है, क्योंकि यहां की सरकार लोगों की आवाज सुनती है और विधानसभा में सबकी आवाज सुनाई देती है।

श्री गांधी ने कहा कि आज देश के हालात किसी से छिपे नहीं है, अन्य प्रदेशों में क्या हो रहा है, किसानों की समस्या, आत्महत्या, बेरोजगारी व अर्थव्यवस्था की हालत दोहराने की जरूरत नहीं है। मगर मैं एक बात जरूर कहना चाहता हूं कि बिना सबको लिए, हर धर्म, हर जाति, पिछड़ा वर्ग अन्य के बिना हिन्दुस्तान की अर्थव्यवस्था नहीं चलायी जा सकती है।

उन्होंने कहा कि जब तक देश के सब लोगों की आवाज विधानससभा और लोकसभा में सुनाई नहीं देगी तब तक बेरोजगार और अर्थव्यवस्था को सुधारा नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को देश के किसान, मजदूर व आदिवासी चलाते है। नोटबंदी करो, गलत जीएसटी लागू करोगेे तो हिन्दुस्तान ना ही चल सकता है और ना ही यहां रोजगार पैदा होगा।

राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री श्री बघेल की प्रशंसा करते हुए कहा कि श्री बघेल सबको साथ लेकर, मिलकर प्रदेश को आगे ले जा रहे है , जिससे यहां फर्क दिखता है, हिंसा कम हुई, अर्थव्यवस्था को आगे ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाई को भाई से लड़ाकर देश का फायदा कभी नहीं हो सकता।

आज जो महोत्सव यहां हो रहा है अनेकता में एकता की सोच को देखकर किया जा रहा है। इस महोत्सव में अगल-अलग राज्यों व देशों के सभी लोगों को एक मंच पर नाचने व गाने का मौका मिलेगा। अपना-अपना इतिहास व कल्चर को दिखाने का मौका मिलेगा, क्योंकि कल्चर व आवाज सुनकर ही एकता बनती है। उन्होंने कहा कि अनेकता में ही एकता है।

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