पशु भी हमारे लिए संपदा

सभी पाठकों को नमस्कार!आज हम आर्थिक क्रियाकलापों को पूर्ण करने वाले ऐसे प्रयोजनों की बात करेंगे , जो कि भारत जैसे सर्वसम्पदायुक्त देश में चहुमुखी विकास कर रहा है| दोस्तो हमारे देश की आय में पशुओ का भी विशेष महत्व है, अभी हाल ही में आपने देखा होगा की हमारे देश के प्रधानमंत्री मोदी जी के जन्म दिवस के अवसर पर ‘8 चीतों’ को दक्षिण अफ्रीका से भारत लाया गया है, आपके मन में भी विचार आया होगा की सरकार द्वारा पशुओ का संरक्षण क्यों किया जाता है? इन्हें भी संपदा क्यों माना जाता है? क्या वास्तव में पशु भी हमारे लिए संपदा है?

इन सभी सवालों के जवाब हम कुछ तथ्यों द्वारा जानेंगें|

सवाल :- पशुओ को पालने की जरुरत क्यों है ?
जवाब :– खाद्य उद्योग, चमड़ा उद्योग, डेयरी उद्योग, खरपतवार नियंत्रण सभी पशुओं पर निर्भर है|

सवाल :– पर्यावरण के लिये पशुओं का क्या महत्व हैं?
जवाब :– खाद्य श्रृंखला एवं इको सिस्टम को बनाये रखनें में सहायक होतें हैं|

भारत में सबसे ज्यादा पशुधन राज्यों के क्रमानुसार देखे तो सबसे पहले उत्तरप्रदेश, राजस्थान,मध्य प्रदेश और फिर पश्चिम बंगाल है,भारत में विश्व का कुल 21.24% दूध एवं अंडा 6.5% उत्पादन होता है, भारत में लगभग 2 से 2.5 करोड़ लोग पशुधन द्वारा आय प्राप्त कर अपना जीवन यापन कर रहे हैं, जो की प्रत्यक्ष या अप्रत्‍यक्ष रूप से देश की आय ही बड़ा रहा है, इसलिये हम यह कह सकते हैं कि पशु भी हमारे देश का धन है|

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