
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर दुनियाभर से मुंह की खाने के बाद अब पाकिस्तान को यूरोपीय संसद से तगड़ा झटका लगा है। यूरोप की संसद (EU) में कई सांसदों ने एक सुर में पाकिस्तान की तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि हमें भारत का समर्थन करना चाहिए क्योंकि पाकिस्तान में आतंकियों को संरक्षण मिलता है और वे पड़ोसी देश में हमले करते हैं। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के बाद पाक इसे अतंरराष्ट्रीय मंचों पर उठा रहा है लेकिन उसका प्रॉपेगैंडा हर बार नाकाम हो रहा है।
यूरोपीय संसद ने 11 साल में पहली बार कश्मीर के मुद्दे पर चर्चा की और खुले तौर पर भारत का समर्थन किया। इस दौरान आतंकवाद पर पाकिस्तान की निंदा भी की गई। संसद में चर्चा के दौरान पोलैंड के नेता और EU सांसद रिजार्ड जार्नेकी ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे महान लोकतंत्र है। हमें भारत के जम्मू-कश्मीर राज्य में होने वाली आतंकी घटनाओं पर गौर करने की जरूरत है। उन्होंने साफ कहा कि ये आतंकी चांद से नहीं आते हैं। वे पड़ोसी देश (पाकिस्तान) से ही आ रहे हैं। ऐसे में हमें भारत को समर्थन देना चाहिए।
उधर, इटली के नेता और EU सांसद फुलवियो मार्तुसिलो ने कहा कि पाकिस्तान परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की धमकी दे रहा है। उन्होंने स्थानीय हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान ही है, जहां आतंकी साजिश रचकर यूरोप में हमलों को अंजाम देते हैं। आखिर में EU संसद ने कहा कि कश्मीर के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान को बात करनी चाहिए और इसका शांतिपूर्ण हल निकालने की कोशिश की जानी चाहिए।
बता दें कि राजनीतिक मामलों पर चर्चा के लिए महत्वपूर्ण मंच यूरोपीयन यूनियन ने भारत द्वारा जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटाए जाने व इसके बाद वहां के हालात पर चर्चा की। वहीं पाकिस्तान अपनी कारस्तानी से यहां भी बाज नहीं आया। EU संसद के मंच पर भी समर्थन पाने में असफल रहने के बावजूद पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा,’23 अंतरराष्ट्रीय सांसदों ने कश्मीर में मानवाधिकार हनन पर अपनी चिंता दिखाई।’
उल्लेखनीय है कि घाटी से विशेष दर्जा हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और इस बौखलाहट में वह बिना सोचे समझे भारत से कई संबंध खत्म करता जा रहा है। साथ ही कश्मीर को लेकर कई अफवाह फैलाने से नहीं चूकता। बता दें कि कश्मीर से विशेष दर्जा समाप्त क दिए जाने के बाद से ही पाकिस्तान और भारत के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गया है।