पाकिस्तान: रमजान में मुफ्त आटा पाने के लिए मची जंग, 11 लोगों की मौत, 60 घायल

लाहौर। पाकिस्तान अब तक के अपने सबसे बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा है। साथ ही पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता भी जारी है। ऐसे में आटा-दाल का संकट भी बढ़ता ही जा रहा है। वहीं, रमजान के दिनों में पंजाब प्रांत में सरकारी वितरण कंपनी से मुफ्त आटा लेने की कोशिश में 11 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 60 अन्य घायल हो गए है।

पाकिस्तानी अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई से राहत देने के लिए सरकार ने विशेष रूप से पंजाब प्रांत में गरीबों के लिए मुफ्त आटा योजना शुरू की है। इसके बाद सरकारी वितरण केंद्रों पर कई लोगों की मौत की सूचना मिली है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस योजना का उद्देश्य पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान की बढ़ती लोकप्रियता को कम करना है। दक्षिण पंजाब के चार जिलों साहीवाल, बहावलपुर, मुजफ्फरगढ़ और ओकारा में मुफ्त आटा केंद्रों में मंगलवार को दो बुजुर्ग महिलाओं और एक पुरुष की मौत हो गई, जबकि 60 अन्य घायल हो गए, जिन अन्य जिलों में मौत की सूचना मिली है, उनमें फैसलाबाद, जहानियां और मुल्तान शामिल हैं।

मुफ्त आटा पाने के लिए लंबी कतारों में इंतजार कर रहे नागरिकों के साथ हाथापाई और लाठीचार्ज करके केंद्रों पर अराजकता फैलाने के लिए पुलिस को दोषी ठहराया गया है। मुजफ्फरगढ़ और रहीम यार खान शहरों में आटे के ट्रकों की लूट के बाद सुरक्षा बलों ने भी सख्त रवैया अपनाया है।

वहीं पंजाब के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी ने बुधवार को भीड़भाड़ और नागरिकों की असुविधा को कम करने के लिए पूरे प्रांत में सुबह 6 बजे मुफ्त आटा केंद्र खोलने की घोषणा की। वहीं इमरान खान ने नि:शुल्क आटा केंद्रों में कुप्रबंधन के लिए शहबाज सरकार की निंदा की है। उन्होंने निर्दोष लोगों की मौत के लिए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पंजाब के कार्यवाहक मुख्यमंत्री नकवी को जिम्मेदार ठहराया।

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