अगर दुनिया चीन को नहीं बदलती तो वो हमें बदल देगा: पोम्पियो

वॉशिंगटन। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने एक बार फिर चीन पर अपनी भड़ास निकाली है। उन्होंने चीन को आड़े हाथों लेते हुए उससे मुकाबले के लिए समान विचारधारा वाले देशों और संयुक्त राष्ट्र, नाटो जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं को एक साथ एक मंच पर आने का आह्वान भी किया है। उन्होंने कहा कि आज हमने घुटने टेके तो हमारे बच्चों के बच्चे उसकी दया पर निर्भर रहेंगे।

कैलिफोर्निया के योरबा लिंडा में रिचर्ड निक्सन प्रेसिडेंशियल लाइब्रेरी में ‘कम्युनिस्ट चाइना एंड द फ्री वर्ल्ड्स फ्यूचर’ पर बात करते हुए कहा कि अगर आजाद दुनिया कम्युनिस्ट चीन को नहीं बदलती है, तो कम्युनिस्ट चीन हमें बदल देगा।

पोम्पियो ने कहा कि चीन के खिलाफ अमेरिका अब नई रणनीति से काम करेगा। पोम्पियो ने कहा कि हमारी नई पॉलिसी होगी अविश्वास करना और जांच करना। उन्होंने एक और बड़ी बात कही। अमेरिकी रक्षामंत्री ने कहा कि चीन से निपटने के लिए उसके साथ जैसे को तैसा वाली नीति अपनानी होगी।

पोम्पियो ने कहा कि बीजिंग जिस तरह की हरकतें कर रहा है उससे हमारे लोगों और हमारी समृद्धि को खतरा है। साथ ही साथ व्यापार एक सामान्य और कानून का पालन करने वाले राष्ट्र के साथ व्यापार करने जैसा नहीं है।

पोम्पियो ने कहा कि चीन ने हमारी बेशकीमती बौद्धिक संपदा और व्यापारिक रणनीति के तौर-तरीकों से पर्दा उठा दिया है। उसने आपूर्ति श्रृंखला को अमेरिका से दूर कर उसका दोहन किया और इसमें मशीनों और दास श्रमिकों को जोड़ा है। उसने अंतरराष्ट्रीय वाणिज्य के लिए दुनिया के प्रमुख जलमार्गों को भी असुरक्षित बनाया है।

उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) एक सामान्य सेना नहीं है। इसका उद्देश्य चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के नेताओं के पूर्ण शासन को बनाए रखना और चीनी साम्राज्य का विस्तार करना है, न कि चीनी लोगों की रक्षा करना।

उन्होंने कहा कि शी जिनपिंग को चीन के अंदर और बाहर हमेशा के लिए अपनी मनमानी नहीं चला सकते हैं, जब तक कि हम उन्हें इसकी अनुमति नहीं देते हैं। पोम्पियो ने कहा कि हम अकेले इस चुनौती का सामना नहीं कर सकते।

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