
नई दिल्ली। यूरोपीय सांसदों को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जाने की अनुमित देने को लेकर सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि वह नाजी समर्थकों को भेज रही है। इस पर सरकार की ओर से तो कोई प्रतिक्रिया नहीं आई, लेकिन यूरोपीय प्रतिनिधिमंडल के ही एक सांसद ने ओवैसी को जवाब दिया है। डेलिगेशन में शामिल फ्रेंच के नेता और सांसद थियरी मरिआनी ने कहा कि मैंने कई अखबारों और टीवी पर देखा, जिसमें हमें नाजी समर्थक बताया गया। यह सुनकर मुझे हैरानी हुई।
उन्होंने कहा कि, हम लोग नाज़ी लवर्स नहीं हैं, अगर हम होते तो हमें कभी चुना नहीं जाता। आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय समस्या है। आतंकवाद किसी भी देश को तबाह नहीं कर सकता। इस पर रोक लगनी चाहिए। हम कश्मीर को दूसरा अफगानिस्तान बनते नहीं देखना चाहते हैं। उन्होंने इस शब्द के प्रयोग पर काफी आपत्ति भी जताई।
फ्रांस की द रिपब्लिकंस पार्टी के सदस्य 61 वर्षीय मरियानी परिवहन मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि मेरा करीब 40 साल का पॉलिटिकल करियर है और यदि ऐसा होता तो उन्हें चुना नहीं जाता। उन्होंने कहा कि कश्मीर में हमने लोगों से मुलाकात की, जिन्होंने कहा कि हम भी वैसे ही भारतीय हैं, जैसे देश के अन्य हिस्सों के लोग हैं।
बता दें कि एआईएमआईएम के सांसद ओवैसी ने कहा था कि सरकार नाजी समर्थकों को कश्मीर भेज रही है। उन्होंने कहा था कि ऐसे लोगों को कश्मीर भेजा जा रहा है, जो नाजी विचारधारा के समर्थक रहे हैं और खुद का फासिस्ट कहते रहे हैं।