
जिले का पहला शिविर मंत्री श्री सिलावट और सांसद श्री लालवानी की विशेष उपस्थिति में सांवेर में लगा
एक हजार से अधिक मरीजों को दिया गया स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ
इन्दौर। इंदौर जिले में आयुष्मान भवः स्वास्थ्य मेलों के आयोजन का सिलसिला आज से प्रारंभ हो गया है। जिले का पहला शिविर जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट और सांसद श्री शंकर लालवानी की विशेष उपस्थिति में सांवेर में आयोजित किया गया। शिविर में विभिन्न रोगों के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा एक हजार से अधिक मरीजों का निशुल्क इलाज किया गया। उन्हें निशुल्क दवाईयां दी गई और आवश्यकता के अनुसार पैथोलॉजी और अन्य जांचे भी की गई। जिले में इस श्रृंखला में देपालपुर के बेटमा में 5 सितम्बर को, महू के मानपुर में 19 सितम्बर को तथा हातोद में 28 सितम्बर को आयुष्मान मेला आयोजित होगा।
सांवेर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में स्वास्थ्य सुविधाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशन में प्रदेश के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का बेहतर ढंग से लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार से सांवेर विधानसभा क्षेत्र भी अछुता नहीं है। सांवेर क्षेत्र में भी गांव-गांव तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचायी जा रही हैं।
सांसद श्री शंकर लालवानी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की आयुष्मान योजना का जिक्र करते हुये कहा कि यह योजना जरूरतमंदों के लिये एक उपहार है। जरूरत पड़ने पर नागरिक पांच लाख रूपये तक का इलाज किसी भी अस्पताल में करा सकते हैं। यह एक अनूठी योजना है। इंदौर जिले में ही 12 लाख 60 हजार रूपये से अधिक आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। यह प्रदेश में सर्वाधिक है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को स्वास्थ्य सुविधा मिले उसके लिये ही ग्रामीण क्षेत्रों में आयुष्मान मेले लगाये जा रहे हैं।
स्वागत भाषण देते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस. सैत्या ने बताया कि आयुष्मान भवः स्वास्थ्य मेले के अंतर्गत आज सांवेर में हितग्राहिओं का निः शुल्क पंजीयन, निः शुल्क परामर्श, निशुल्क परीक्षण एवं जांच तथा औषधी वितरण किया गया। शिविर में 18 तरह की सेवाए दी गई। यह एक ऐसा आयोजन बना जिसमें सभी हितग्राहियों को एक स्थान पर ही सभी सेवाएं प्राप्त हुई।
इस मेले में 429 गर्भवती माताओं की जांचे की गई। साथ ही 250 शिशुओं की जांच हुई, 372 आभा आईडी बनी, 256 आयुष्मान कार्ड बनाये गये, 27 लोगो ने रक्त दान किया, 10 मेडिकल सर्टिफिकेट बनाए गये। मेले में 520 आयुष हितग्राहिओं का पंजीयन हुआ। 180 लोगो का नेत्र परीक्षण किया गया। 140 निःशुल्क चश्में बांटे गये। 20 लोगों की मोतियाबिंद जांच की गई, 48 लोगों की सोनोग्राफी की गई, 372 एनसीडी मरीजो की जांच की गई, 650 अन्य जांचे की गई। 12 बच्चों को एनआरसी में भर्ती किया गया। 181 हड्डी तथा 61 चर्म रोग के मरीजो की जांच की गई। मेले में एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर तथा अरविंदो मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञों ने अपनी सेवाएं दी।
आयुष शिविर भी
“आयुष्मान भव: स्वास्थ्य मेले” में आयुष शिविर का आयोजन भी किया गया। जिला आयुष अधिकारी डॉ. हंसा बारिया ने बताया कि शिविर में बालरोग चिकित्सा, स्त्री रोग चिकित्सा, सामान्य रोग चिकित्सा कर 520 रोगियो की चिकित्सा आयुर्वेद , यूनानी और होम्योपेथी औषधियों द्वारा की गयी। आयुष विभाग द्वारा आयुष विभाग की गतिविधि आयुष क्योर एप, देवारण्य योजना, आयुर्वेदिक पोषण आहार की जानकारी दी गई। डॉ. बख्तियार अशरफ़ी, डॉ. अनिता खलखो, डॉ. महेश बोरदिया, डॉ. राजीव लोचन, डॉ. प्राची श्रीवास्तव, डॉ. तपस्या मिश्रा, डॉ. महमूद अहमद मंसूरी, कांजीलाल दामके, शशिकांत अवस्थी, मेहमुदा खान, उमेश चौहान, एल्विन वेक्टर, बहादर माहिले, सुनील कलमे, कमलेश प्रसाद पवन ने सेवाए दी।