
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने दिवाली से पहले किसानों को एक और बड़ा तोहफा दे दिया है, दरअसल बीते दिन ही प्रधानमंत्री मोदी ने किसान सम्मान निधि योजना की 12वीं किस्त जारी की। अब इसके बाद मोदी कैबिनेट ने गेहूं सहित 6 रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी को बढ़ा दिया है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।
मंत्री अनुराग ठाकुर ने कैबिनेट मीटिंग के बाद प्रेस ब्रीफ करते हुए बताया कि सरकार ने गेंहू की एमएसपी 110 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा दी है। जिन फसलों की एमएसपी बढ़ाई गई है। उनमें गेहूं के अलावा जौ, चना, मसूर, सूरजमुखी और सरसों शामिल है।
अनुराग ठाकुर ने सरकार के फैसले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने विपणन सीजन 2023-24 के लिए सभी रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को मंजूरी दे दी है। गेहूं की एमएसपी 110 रुपये प्रति क्विंटल बढ़कर अब रबी सीजन 2023-24 के लिए 2125 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है। इसी तरह जौ का न्यूनतम समर्थन मूल्य 100 रुपये प्रति क्विंटल बढ़कर अब 1735 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।
सरकार ने चना की एमएसपी में 105 रुपये, जबकि मसूर की एमएसपी में 500, सरसो की 400 और सूरजमुखी के एमएसपी में 209 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी की है।
केंद्र सरकार ने एमएसपी बढ़ाने का फैसला कर किसानों को दिवाली का बड़ा तोहफा दिया है। बता दें कि कृषि लागत और मूल्य आयोग (सीएसीपी) ने गेहूं समेत सभी रबी फसलों की एमएसपी में 9% बढ़ोतरी की सिफारिश की थी। बता दें कि रबी (सर्दियों) फसलों की बुवाई खरीफ (गर्मी) फसलों की कटाई के तुरंत बाद अक्टूबर में शुरू होती है। गेहूं और सरसों रबी की प्रमुख फसलें हैं।
बता दें कि जून के महीने में केंद्र सरकार ने खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने को लेकर मंजूरी दे दी थी, उस समय केंद्रीय कैबिनेट ने 2022-23 फसल वर्ष के लिए धान की एमएसपी को 100 रुपये बढ़ाकर 2,040 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया था। इसी तरह कई अन्य खरीफ फसलों की भी एमएसपी बढ़ा दी गई थी।
जून में कैबिनेट की बैठक में खरीफ की 14 फसलों की 17 वैरायटियों की नई एमएसपी को मंजूरी दी गई थी। तिल की एमएसपी 523, तुअर और उड़द दाल की 300 रुपए बढ़ा दी गई थी। धान (सामान्य) की एमएसपी 1,940 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 2,040 रुपए प्रति क्विंटल कर दी गई थी, ऐसे में एमएसपी का बजट बढ़कर 1 लाख 26 हजार कर दिया गया था।