
नई दिल्ली। कोरोना काल के बीच आज पूरा देश 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, इस बार लाल किले पर आयोजित होने वाला समारोह काफी अलग दिखा। लालकिले पर स्वतंत्रता दिवस का मुख्य समारोह कोरोना संक्रमण की वजह से सीमित रहा। लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झंडा फहराया। सुबह करीब 7:30 बजे पीएम मोदी ने तिरंगा फहराया।

इसी के साथ एक नया एक अनोखा रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया है। पीएम मोदी लगातार सातवीं बार लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फरहराने वाले देथे प्रधानमंत्री और पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री बन गए हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि अगले वर्ष हम अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर जाएंगे। एक बहुत बड़ा पर्व हमारे सामने है। आजादी के जब 75 वर्ष पूरे होंग तब उसे संकल्पों की मूर्ति के महापर्व के रूप में मनाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान देश के शहीदों को याद किया।

प्रधानमंत्री ने 74 वें स्वतंत्रता दिवस के भाषण की शुरूआत कोरोना वारियर्स के प्रति आभार जताते हुए की। उन्होंने कहा, कोरोना के इस असाधारण समय में सेवा परमो धर्म: की भावना के साथ अपने जीवन की परवाह किए बिना हमारे डॉक्टर्स, नर्से, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी जैसे अनेकों लोग चौबीसों घंटे लगातार काम कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गुलामी का कोई कालखंड ऐसा नहीं था जब हिंदुस्तान में किसी कोने में आजादी के लिए प्रयास नहीं हुआ हो, प्राण अर्पण नहीं हुआ हो। आज जो हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं उसके पीछे मां भारती के लाखों बेटे-बेटियों का त्याग बलिदान और मां भारती को आजाद कराने का समर्पण है। आज ऐसे सभी स्वतंत्रता सेनानियों को, वीर शहीदों को नमन करने का ये पर्व है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विस्तारवाद की सोच ने सिर्फ कुछ देशों को गुलाम बनाकर ही नहीं छोड़ा, भीषण युद्धों और भयानकता के बीच भी भारत ने आजादी की जंग में कमी और नमी नहीं आने दी।