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नए संसद भवन में पीएम मोदी बोले- नारी शक्ति वंदन अधिनियम के जरिए लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी

नई दिल्ली। आज नए संसद भवन में लोकसभा की कार्यवाही शुरू हो गई। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन को संबोधित किया। नई संसद में पीएम ने अपने पहले संबोधन में सभी सांसदों से इस बिल को सर्वसम्मति से पास करने की अपील की।

पीएम मोदी ने कहा कि बीते कई सालों से महिला आरक्षण के संबंध में बहुत चर्चाएं हुई हैं, कई संवाद हुए हैं। पहली बार यह वर्ष 1996 में सामने आया था। अटल जी के वक्त कई बार ये पेश हुआ, मगर नंबर न होने की वजह से पास नहीं हो पाया। शायद ईश्वर ने ऐसे पवित्र काम को लेकर उन्हें चुना है।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम के माध्यम से लोकतंत्र मजबूत होगा। इसके लिए महिलाओं को बधाई। मैं सदन के सभी साथियों से इस बिल को सर्वसम्मित से पारित कराने की प्रार्थना करते हुए आपका आभार व्यक्त करता हूं।

पीएम मोदी ने कहा कि लोकसभा और राज्यसभा ने मिलकर करीब 4,000 से ज्यादा कानून पास किए। जरूरत पड़ने पर इसके लिए ज्वॉइंट सेशन भी बुलाए गए। आतंक से लड़ने के लिए कानून, बैंकिंग सर्विक कमीशन बिल, दहेज रोकथाम कानून समेत कई बिल संयुक्त सत्र के जरिए पास किए गए।

मुस्लिम बहन-बेटियों को तीन तलाक से मुक्ति यहीं कानून बनाकर दिलाई गई। शाहबानों केस के कारण गाड़ी कुछ उलटी-पाटी पर चल गई थी, उस गलती को भी इसी सदन ने ठीक किया। उन्होंने आगे कहा कि इसी सदन से जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाया और जम्मू-कश्मीर आज तेजी से शांति और विकास की ओर आगे बढ़ रहा है।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत आज नई ऊर्जा से भरा हुआ है। घटना क्रमों पर एक के बाद एक नजर डालें तो हर एक घटना इस बात की गवाह है कि भारत एक नई चेतना के साथ आज जाग उठा है। पीएम मोदी ने कहा कि करोड़ों लोगों के सपनों को संकल्प में यही चेतना और ऊर्जा बदल सकती है।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि अमृत काल के 25 साल में भारत को एक बड़े कैनवास पर काम करने की जरूरत है। छोटे-छोटे मुद्दों में उलझने का समय अब हमारे लिए खत्म हो गया है। हमें भारत को आत्मनिर्भर बनने के लक्ष्य को सबसे पहले पूरा करना है। यही समय की मांग और हम सभी का कर्तव्य भी है। इस लक्ष्य को हासिल करने में पार्टियां आड़े नहीं आनी चाहिए। देश के लिए सिर्फ दिल चाहिए।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और हम नए संकल्प के साथ टॉप थ्री की ओर आगे बढ़ रहे हैं। दुनिया इस बात को लेकर आश्वस्त है कि भारत टॉप 3 अर्थव्यस्था में शामिल होकर रहेगा। उन्होंने आगे कहा कि भारत पर आज दुनिया की नजर है। दुनिया आज भारत में अपना मित्र खोज रही है और भारत विश्वमित्र के रूप में आगे बढ़ रहा है।

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