
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तेलंगाना के महबूबनगर में 13,500 करोड़ रुपए से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इस दौरान पीएम मोदी ने महबुबनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आज मैं तेलंगाना की धरती से घोषणा कर रहा हूं कि केंद्र सरकार ने हल्दी किसानों के हित के लिए और उनकी आवश्यकता व भावी संभावनाओं को देखते हुए राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड के गठन का फैसला किया है। राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड के गठन से किसानों को लाभ होगा साथ ही हल्दी की खेती के प्रति किसानों की जागरूकता बढ़ेगी और इसका उत्पादन भी बढ़ेगा।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि देश में कोरोना के बाद से ही हल्दी की मांग बढ़ी है। राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड किसानों को बेहतर मूल्य दिलाने के लिए हल्दी के निर्यात को बढ़ावा देने और इसकी गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करेगा। इतना ही नहीं राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड के जरिए हल्दी की खेती और प्रोसेसिंग के साथ-साथ इस क्षेत्र में नए प्रयोग को भी बढ़ावा देगा। इसका सबसे अधिक देश के उन छह प्रमुख हल्दी उत्पादक राज्यों को होगा। इससे नए किसान हल्दी की खेती से जुडेंगे और उनकी कमाई बढ़ेगी।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि यहां की जनता के लिए हजारों करोड़ रुपयों की योजनाएं शुरू की हैं। पीएम मोदी ने कहा कि यह राज्य देश का सबसे नया राज्य है और हमारा सपना है कि यह देश का सबसे विकसित राज्य बने। पीएम मोदी ने ऐलान किया कि भारत सरकार मुलुगु जिले में एक सेंट्रल ट्राइबल यूनिवर्सिटी की स्थापना करने जा रहा है। इसका नाम आदिवासी देवियां सम्मक्का-सारक्का के नाम पर रखा जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा कि यहां की जनता ने तय कर लिया है कि राज्य में बदलाव लाया जायेगा। पीएम मोदी ने कहा कि तेलंगाना बदलाव चाहता है क्योंकि उसे झूठे वादे नहीं बल्कि काम चाहिए। तेलंगाना बदलाव चाहता है क्योंकि उसे भ्रष्टाचार वाली सरकार नहीं बल्कि जनता के लिए काम करने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार चाहिये। उन्होंने कहा कि यहां की जनता मेहनत से अपना काम करने वाली है लेकिन मौजूदा समय की सरकार जनता को परेशान करने में लगी हुई है।
पीएम मोदी ने कहा कि तेलंगाना की धरती वीरांगनाओं की धरती है और उसी वीरता का सम्मान करने के लिए देश की संसद ने महिला आरक्षण कानून बनाया है।
केसीआर सरकार पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि तेलंगाना में किसानों से कृषि ऋण माफ करने का वादा किया गया था। लेकिन यहां की सरकार ने अपना वादा नहीं निभाया। सरकार ने उनकी समस्याओं पर कभी ध्यान नहीं दिया। इससे हजारों किसानों ने आत्महत्या कर ली। तेलंगाना में हमारी सरकार नहीं है। इसके बावजूद हमने किसानों की मदद के लिए सब कुछ किया। राज्य सरकार किसानों के लिए योजनाओं के माध्यम से पैसा कमा रही है। सिंचाई परियोजना के बहाने तेलंगाना में भ्रष्टाचार हुआ है। यहां किसानों के नाम पर योजनाओं की शुरुआत तो हुई लेकिन इसका लाभ किसानों को मिला ही नहीं।