
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के मछुआरों को प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की सौगात दी। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने बिहार में मछली पालन और पशुपालन सेक्टर की कई योजनाओं का भी शुभारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने ई-गोपाला ऐप भी लांच किया। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुए इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई नेता मौजूद थे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने करीब 1700 करोड़ रुपये की अलग-अलग परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि यह ऐप किसानों और पशुपालकों के बहुत काम आएगा। ऐप से पशुपालकों को तकनीकी जानकारी मिलेगी। पीएम मोदी ने बिहार के पशुपालकों से बात भी की। पीएम मोदी ने कहा कि अब भारत उस स्थिति की तरफ बढ़ रहा है, जब गांव के पास ही ऐसे क्लस्टर बनेंगे, जहां फूड प्रोसेसिंग से जुड़े उद्योग भी लगेंगे और पास ही उससे जुड़े रिसर्च सेंटर भी होंगे।
पीएम मोदी ने कहा, यानि एक तरह से हम कह सकते हैं- जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान। इन तीनों की ताकत एकजुट होकर जब काम करेगी तब देश के ग्रामीण जीवन में बहुत बड़े बदलाव होंगे। बिहार में तो इसके लिए बहुत संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के फल, चाहे वो लीची हो, जर्दालू आम हो, आंवला हो, मखाना हो या फिर मधुबनी पेंटिंग्स हो, ऐसे अनेक उत्पाद बिहार के जिले-जिले में हैं।
पीएम मोदी ने कहा, हमें इन लोकल प्रोडक्ट्स के लिए और ज्यादा वोकल होना है। हम लोकल के लिए जितना वोकल होंगे, उतना ही बिहार आत्मनिर्भर बनेगा। बिहार के गांवों को आत्मनिर्भर भारत का केंद्र बनाने के लिए हमारे प्रयास और बढ़ने वाले हैं। उन्होने कहा कि इन प्रयासों में बिहार के ‘परिश्रमी’ लोगों की बहुत बड़ी भूमिका है और इससे देश को और अधिक ताकत मिलेगी।
पीएम मोदी ने कहा, बिहार के लोग देश में हों या विदेश में अपने परिश्रम से, अपनी प्रतिभा से, अपना लोहा मनवाते हैं। मुझे विश्वास है कि बिहार के लोग आत्मनिर्भर बिहार के सपनों को पूरा करने में भी निरंतर इसी तरह काम करते रहेंगे।
पीएम मोदी ने बिहार में घर-घर नल का जल पहुंचाने के लिए हुए अब तक के काम के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर सराहना करते हुए कहा कि चार-पांच साल पहले बिहार के गांव में सिर्फ दो प्रतिशत घरों में साफ पानी की आपूर्ति थी। आज ये आंकड़ा बढ़कर 70 प्रतिशत से अधिक हो गया है।
पीएम मोदी ने कहा, पीएम किसान सम्मान निधि से भी देश के 10 करोड़ से ज्यादा किसानों के बैंक खातों में सीधा पैसा पहुंचाया गया है। इसमें करीब 75 लाख किसान बिहार के भी हैं। जब से योजना शुरु हुई है, तब से अब तक करीब 6 हज़ार करोड़ रुपए बिहार के किसानों के बैंक खाते में जमा हो चुके हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि इस बात पर बहुत जोर दिया जा रहा है कि मुफ्त राशन की योजना और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान का लाभ बिहार के हर जरूरतमंद और बाहर से गांव लौटे हर श्रमिक परिवार तक पहुंचे।