
नई दिल्ली। पालघर मॉब लिंचिंग मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम उद्धव ठाकरे से बात की है। उन्होंने घटना के संदर्भ में पूरी रिपोर्ट तलब की है। इसी बीच पालघर मॉब लिंचिंग की गाज दो पुलिसकर्मियों पर गिरी है। घटना की जांच कर रहे कोंकण रेंज के आईजी ने कासा पुलिस स्टेशन के इंचार्ज और सेकेंड ऑफिसर को निलंबित कर दिया है। इस मामले में अब तक 101 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी सीएम उद्धव ठाकरे से बात की। सीएम उद्धव ठाकरे ने खुद प्रेस ब्रीफिंग में इस बात की तस्दीक की। उधर, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी से फोन पर बात कर दो साधुओं और एक ड्राइवर की हत्या पर दुख जताया है।
उन्होंने मामले की जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है। इस दौरान महंत नरेंद्र गिरी ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मांग की है कि वे उद्धव ठाकरे सरकार को कड़ा पत्र लिखकर जवाब तलब करें। साथ ही यह भी पूछें कि उद्धव ठाकरे सरकार ने इस मामले में अब तक क्या कार्रवाई की। महंत नरेंद्र गिरी ने दोषी पुलिसकर्मियों की बर्खास्तगी की भी मांग की।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से बात कर पालघर में भीड़ द्वारा तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या किए जाने की घटना के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है।
योगी ने ट्वीट कर कहा, पालघर, महाराष्ट्र में हुई जूना अखाड़ा के सन्तों स्वामी कल्पवृक्ष गिरि जी, स्वामी सुशील गिरि जी एवं उनके ड्राइवर नीलेश तेलगड़े की हत्या के सम्बन्ध में कल शाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री उद्धव ठाकरे जी से बात की और घटना के जिम्मेदार तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के लिए आग्रह किया।
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, महाराष्ट्र के माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा यह बताया गया कि कुछ लोग गिरफ्तार कर लिए गए हैं और अन्य को चिह्नित कर सभी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
रविवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा था कि पालघर में तीन लोगों की भीड़ द्वारा हत्या किए जाने के मामले में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने दो साधुओं और एक ड्राइवर पर हमला करने वाले सभी आरोपियों को गिरफतार कर लिया है।