
जम्मू। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के जम्मू-कश्मीर दौरे का आज दूसरा दिन है। उन्होंने आज अमरनाथ मंदिर पहुंचकर बाबा बर्फानी के दर्शन किए। साथ ही सुरक्षा इंतजामों का जायजा भी लिया। इससे पहले शुक्रवार को राजनाथ सिंह लद्दाख पहुंचे थे।
रक्षा मंत्री ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, सेना प्रमुख नरवणे व अन्य अधिकारियों के साथ बाबा बर्फानी के दर्शन किए। इसके बाद अब रक्षा मंत्री आज उप राज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू और सैन्य कमांडरों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा भी करेंगे।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कल वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से चीन को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि भारत अब कमजोर राष्ट्र नहीं रह गया है। दुनिया की कोई भी ताकत इसकी एक इंच जमीन को छू नहीं सकती। यदि भारत के स्वाभिमान पर किसी ने चोट पहुंचाने की कोशिश की तो उसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसका मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार रहेंगे।
उन्होंने कहा कि इस समय सीमा के विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत का दौर चल रहा है। जो कुछ भी अब तक बातचीत की प्रगति हुई है उससे मामला हल होना चाहिए। यह मामला कहां तक हल होगा इसकी गारंटी नहीं दे सकता। लेकिन इतना यकीन जरूर दिलाना चाहता हूं कि भारत की एक इंच जमीन को भी दुनिया की कोई ताकत छू नहीं सकती है। उस पर कोई कब्जा नहीं कर सकता है।
यदि बातचीत के द्वारा समाधान निकलता है तो इससे अच्छी बात और कुछ नहीं हो सकती है। सैन्य और कूटनीति दोनों स्तर पर बातचीत चल रही है। भारत दुनिया का इकलौता देश है जिसने सारे विश्व को शांति का संदेश दिया है। हमने किसी भी देश पर कभी आक्रमण नहीं किया है और न ही किसी देश की जमीन पर हमने कब्जा किया है। भारत ने हमेशा वसुधैव कुटुंबकम का संदेश सारे विश्व को दिया है।
उन्होंने कहा कि हम शांति चाहते हैं। हमारा चरित्र रहा है कि हमने किसी भी देश के स्वाभिमान पर चोट पहुंचाने की कभी कोशिश नहीं की है। यदि भारत के स्वाभिमान पर किसी ने चोट पहुंचाने की कोशिश की तो उसका माकूल जवाब देने के लिए तैयार रहेंगे। हमें फैसला लेने वाला और दृढ़ इच्छाशक्ति वाला नरेंद्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री मिला है।