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पीएम मोदी ने 11वीं बार लाल किले की प्राचीर से फहराया तिरंगा, बोले- 140 करोड़ भारतीय संकल्प लें तो 2047 तक बना सकते हैं समृद्ध भारत

नई दिल्ली। देश आज 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस अवसर पर मुख्य कार्यक्रम दिल्ली के लालकिले पर हुआ। पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर देशवासियों को बधाई दी। मोदी साल 2014 से ही बतौर पीएम लालकिले से देश को संबोधित करते रहे हैं। इस बार लगातार 11वीं बार उन्होंने लालकिले से राष्ट्र को संबोधित किया।

मोदी ने कहा कि सरकार समभाव और ममभाव से काम कर रही है। अगर 140 करोड़ देशवासी संकल्प लेकर साथ चलें, तो 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाया जा सकता है। मोदी ने पिछले 10 साल में अपनी सरकार का कामकाज गिनाया और कहा कि आज देश में कोई जात-पात या ऊंच-नीच नहीं है। उन्होंने कहा कि हम और ऊंचाइयों को पार करने के लिए आगे बढ़ना चाहते हैं।

मोदी ने कहा कि सरकार संतुष्ट होकर बैठने वाली नहीं है और रिफॉर्म लगातार जारी रहेंगे। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि जिस तरह फिर नालंदा यूनिवर्सिटी बनाई गई है, उसी भाव से काम करें। उन्होंने कहा कि अगले 5 साल में डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए 75000 और सीटें होंगी। प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों की भी पीएम मोदी ने बहुत तारीफ की।

पीएम मोदी ने भारत माता की जय के नारों के साथ 78वें स्वतंत्रता दिवस पर अपना संबोधन शुरू करते हुए आजादी दिलाने वाले सभी सेनानियों को नमन किया। उन्होंने कहा कि जो लोग राष्ट्र के निर्माण के लिए पूरी लगन से देश को नई ऊंचाई पर ले जा रहे हैं, ऐसे किसान, जवान, युवाओं का हौसला हो और माताओं-बहनों का योगदान हो। दलित, पीड़ित और शोषित हो। जिसका भी लोकतंत्र के प्रति निष्ठा है, वो दुनिया को प्रेरित कर रहे हैं। पीएम मोदी ने इन सभी वर्गों को नमन किया। पीएम मोदी ने हाल में आई आपदाओं में पीड़ित लोगों के प्रति संवेदना जाहिर की। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के साथ पूरा देश खड़ा है।

पीएम मोदी ने कहा कि इस देश में आजादी से पहले लोग बहुत संघर्ष करते रहे। उन्होंने कहा कि गुलामी लंबा काल था। 1857 से पहले भी आदिवासी इलाकों में आजादी की जंग लड़ी गई। उन्होंने कहा कि गुलामी के दौरान बहुत संघर्ष किया गया। तब 40 करोड़ देशवासियों ने जज्बा और सामर्थ्य दिखाया। जूझते रहे और संकल्प लेकर चले कि भारत को आजादी दिलानी है। मोदी ने कहा कि गर्व है कि हमारी रगों में उनका ही खून है। वे हमारे पूर्वज थे। उन्होंने गुलामी की जंजीरों को तोड़ दिया।

मोदी ने कहा कि हम आज 140 करोड़ हैं। अगर 40 करोड़ गुलामी की बेड़ियों को तोड़कर आजादी के सपने को पूरा कर सकते हैं, तो 140 करोड़ नागरिक मेरे परिवारजन अगर संकल्प लेकर चल पड़ते हैं, तो चुनौतियां कितनी भी क्यों न हो, हर चुनौती को पार करते हुए हम 2047 तक समृद्ध और विकसित भारत का लक्ष्य हासिल कर सकते हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि करोड़ों भारतीयों ने विकसित भारत के लिए अनगिनत सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसमें हर देशवासी का संकल्प झलकता है। मोदी ने कहा कि तमाम लोगों ने कई तरह के सुझाव दिए हैं। उन्होंने बताया कि लोगों ने किस-किस तरह के सुझाव देकर 2047 तक विकसित बनाने के लिए कहा है। कई लोगों ने बताया कि न्याय में देरी पर लोगों ने चिंता जताई। बहुत सारे लोगों ने ये सपना भी देखा कि अंतरिक्ष में भारत का स्पेस स्टेशन जल्द से जल्द बनना चाहिए।

उन्होंने कहा कि जब कहा जाता है कि बिजली जब पहुंचाई जाती है और वादा पूरा होता है, तो सामान्य लोगों का भरोसा बढ़ता है। स्वच्छता के प्रति लोगों की चेतना की भी पीएम मोदी ने सराहना की। सभी को पेयजल पहुंचाने की योजना का भी उन्होंने उल्लेख किया। इसके अलावा मोदी ने अपनी सरकार के अब तक किए गए कामों की जानकारी भी देशवासियों को दी। उन्होंने कहा कि हमारी सफलता से प्रेरित होकर दुनिया अब भारत से सीखना और समझना चाहता है।

पीएम मोदी ने कहा कि पहले माहौल बन गया था कि जो है, उसी से गुजारा कर लो। मोदी ने कहा कि इस मानसिकता को तोड़ना था और उस दिशा में काम किया। मोदी ने कहा कि देश का आम आदमी बदलाव चाहता था, उसकी आशाओं को पहले तवज्जो नहीं दी गई। मोदी ने कहा कि हमने बड़े रिफॉर्म किए। गरीब, मध्यमवर्ग, युवाओं के जीवन में बदलाव लाने का काम किया।

उन्होंने कहा कि रिफॉर्म सिर्फ अखबार तक नहीं, हकीकत में दिखेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे रिफॉर्म देश को मजबूत करने के इरादे से हैं। मोदी ने कहा कि रिफॉर्म का मार्ग देश के विकास का ब्लूप्रिंट है। उन्होंने कहा कि मेरा भारत महान बने, इसी संकल्प के साथ कदम उठाते हैं। उन्होंने कहा कि बैंकों को मजबूत बनाने के लिए रिफॉर्म किए और दुनिया के जो मजबूत बैंक हैं, उनमें भारत के भी बैंक शामिल हैं। उन्होंने कोरोना काल को भी याद किया और सर्जिकल स्ट्राइक का उल्लेख भी किया।

पीएम मोदी ने कहा कि खुशी है कि रेहड़ी पटरी वाले भी बैंक से जुड़कर रोजगार हासिल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग पहले सरकार के सामने हाथ फैलाते रहे। आज ऐसा गवर्नेंस है कि आज सरकार खुद लोगों के घर जाती है और सभी योजनाओं का लाभ देती है। आम लोगों को प्रोत्साहित करती है। मोदी ने कहा कि बड़े रिफॉर्म के जरिए देश की प्रगति की राह चुनना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि 10 साल पहले जब 10-15 साल का युवा था, तो देखता था। 10 साल में वही युवा देश का नया सामर्थ्य बना है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद जो रोजगार के अवसर नहीं थे, वे आज युवाओं के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं। अब देश के युवा धीरे-धीरे चलने के आदी नहीं है। वे छलांग मारने के मूड में हैं। उन्होंने कहा कि आज नया सिस्टम बन रहा है। देश के हर सेक्टर में आधुनिकता और नई टेक्नोलॉजी की जरूरत है। सभी क्षेत्रों को हमारी नीतियों के कारण ताकत मिल रही है।

उन्होंने एक बार फिर सभी से पूरी ताकत से उठकर देश के निर्माण के लिए चलने की अपील की। उन्होंने कहा कि सभी देशवासियों की जरूरतों को पूरा करने की कोशिश सरकार ने की है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि 2047 में ऐसा हो कि हर चीज में आम लोगों के जीवन में सरकार का हस्तक्षेप कम से कम हो।

पीएम मोदी ने बताया कि हमने 1000 से ज्यादा कानून खत्म किया। इनमें से कई कानून ऐसे थे, जिनके तहत छोटी-छोटी बातों पर जेल जाना पड़ता था। सरकार ने नागरिकों को न्याय देने के लिए नए आपराधिक कानून बनाए। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से कदम उठाने का आग्रह किया।

मोदी ने युवाओं से कहा कि जो छोटी दिक्कतें होती हैं, उनके बारे में चिट्ठी लिखकर सरकार को बताइए। हर सरकार आपकी बात को तवज्जो देगी। मोदी ने कहा कि गवर्नेंस में रिफॉर्म किया जाएगा, ताकि सामान्य लोगों के जीवन में सम्मान आए और उनको हक मिले। उन्होंने कहा कि 3 लाख इकाइयां रिफॉर्म करें, तो एक साल में जबरदस्त प्रगति होगी। पंचायत स्तर भी आम लोगों को मुश्किलों से मुक्ति दिलाएं।

पीएम मोदी ने कहा कि युवा आकांक्षा से भरा है। वो नए शिखरों पर कदम रखना चाहते हैं। ऐसे में कोशिश है कि हर सेक्टर में काम को तेज गति से करें। नए अवसर पैदा करें। सपोर्टिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करें। नागरिकों की प्राथमिकता को समझें और उस दिशा में काम करें। समाज खुद उत्साह से भरा है।

इससे पहले पीएम मोदी ने लालकिले की प्राचीर पर लगातार 11वीं बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया। जिससे पहले उनको सेना के तीनों अंगों के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। लालकिले की प्राचीर पर झंडा फहराने और संबोधन से पहले पीएम मोदी महात्मा गांधी की समाधि राजघाट भी गए और वहां राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी हर साल की तरह इस बार भी शानदार साफा पहने दिखे।

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