वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। ट्रंप ने भारत के कड़े विरोध के बावजूद एक बार फिर कश्मीर पर मध्यस्थता की बात दोहराई है। ट्रंप ने कहा कि अगर भारत चाहे तो वह वह मध्यस्थता के लिए तैयार हैं।
गुरुवार को ट्रंप ने कहा कि यह पूरी तरह से भारत और पाकिस्तान पर निर्भर करता है कि वह कश्मीर मामले का हल निकालने के लिए किसी की मदद लेना चाहते हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि अगर दोनों दक्षिण एशियाई दशकों पुराने मामले को निपटाने के लिए उनकी मदद लेना चाहते हैं तो वह तैयार हैं।
बता दें कि भारत पिछले हफ्ते ही अमेरिका को दो टूक शब्दों में बता चुका है कि कश्मीर विवाद द्विपक्षीय मामला है, जिसमें मध्यस्थता की कोई गुंजाइश नहीं है। ट्रंप ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के साथ पिछले हफ्ते हुई मुलाकात का हवाला देते हुए कहा कि इस मसले पर दोनों देशों के बीच बात हुई है। जहां पाकिस्तान ने ट्रंप की इस पेशकश का स्वागत किया है, वहीं भारत ने इसे सिरे से नकार दिया है।
ट्रंप ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के साथ पिछले हफ्ते हुई मुलाकात का हवाला देते हुए कहा कि इस मसले पर दोनों देशों के बीच बात हुई है। जहां पाकिस्तान ने ट्रंप की इस पेशकश का स्वागत किया है, वहीं भारत ने इसे सिरे से नकार दिया है।