नई दिल्ली। देश में 1 मार्च से कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार सुबह दिल्ली पहुंचे और उन्होंने एम्स में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन का पहला टीका लगवाया। इसकी जानकारी पीएम मोदी ने खुद ट्विटर के जरिए दी है।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, एम्स में कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक ली।कोरोनावायरस के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूती देने में जिस तेज़ी से हमारे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने काम किया है वो उल्लेखनीय है। जो लोग वैक्सीन लेने योग्य हैं मैं उन सभी से वैक्सीन लगवाने की अपील करता हूं। साथ मिलकर भारत को कोरोना मुक्त बनाते हैं!
को सिस्टर पी निवेदिता और सिस्टर रोसम्मा अनिल ने वैक्सीन लगायी। वह इस मौके पर असमी गमछा पहने हुए थे। यह गमछा असम की महिलाओं के आशीर्वाद का प्रतीक है। उन्होंने इससे पहले भी कई मौकों पर यह गमछा पहना है। प्रधानमंत्री सुबह सवेरे ही एम्स पहुंच गये थे जिससे उनके लिए अलग से कोई विशेष व्यवस्था नहीं की गयी थी और यह ध्यान में रखा गया था कि इस दौरान आम लोगों को किसी तरह की तकलीफ न हो।
नर्स निवेदा ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि टीका लगवाने के बाद प्रधानमंत्री ने उनसे कहा, लगा भी दिया, पता भी नहीं चला। उन्होंने बताया कि वह गत तीन साल से एम्स में कार्यरत हैं और इस समय टीकाकरण केंद्र में सेवाएं दे रही हैं। निवेदा ने कहा, हमे पता चला कि आज सुबह प्रधानमंत्री टीकाकरण के लिए आ रहे हैं। मैं जब यहां पहुंची तो मुझे यह जानकारी मिली कि प्रधानमंत्री आ रहे हैं। मुझे उनसे मिलकर बहुत खुशी हुई।
नर्स ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को भारत बायोटेक के कोवैक्सीन टीके की पहली खुराक दी गई है और उन्हें 28 दिन में दूसरी खुराक दी जाएगी। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री ने हमसे पूछा कि वह कहां की रहने वाली हैं। एक अन्य नर्स अनिल ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री से मिलकर बहुत खुशी हुई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बहुत सहज थे।
बता दें कि आज से देश में कोरोना टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू हो गया है। इस चरण में 60 साल से अधिक आयु के सभी नागरिकों और 45 से 59 साल की आयु वर्ग के उन लोगों को शामिल किया जाएगा जो गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। इस अभियान में सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पताल भी शामिल हो रहे हैं। यह पहला मौका होगा जब निजी अस्पतालों भी कोरोना का वैक्सीनेशन होगा।