नई दिल्ली। भारत ने अपनी सबसे खतरनाक ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के लैंड अटैक वर्जन का सफल परीक्षण किया है। इस मिसाइल का परीक्षण 24 नवंबर यानी आज सुबह 10 बजे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के एक अज्ञात द्वीप से किया गया। मिसाइल से इस द्वीप समूह के एक अन्य वीरान द्वीप पर लगाए गए टारगेट को ध्वस्त किया गया। मिसाइल ने तय समय में अपने टारगेट को नेस्तानाबूत कर दिया।
सोशल मीडिया पर भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन को बधाइयां मिलने लगी हैं। लोग डीआरडीओ के रक्षा वैज्ञानिकों की इस सफलता की तारीफ कर रहे हैं। चीन से करीब 8-9 महीने से सीमा विवाद और तनातनी के बीच पिछले कुछ दिनों में भारत ने कई मिसाइलों, टॉरपीडो, एंटी-मिसाइल सिस्टम आदि का सफल परीक्षण किया है। आज हुए परीक्षण का मकसद था मिसाइल के रेंज को बढ़ाना। जमीन से जमीन पर मार करने वाली इस मिसाइल की रेंज को बढ़ाकर 400 किलोमीटर किया गया है।
ब्रह्मोस मिसाइल 28 फीट लंबी है। यह 3000 किलोग्राम वजन की है। इसमें 200 किलोग्राम के पारंपरिक और परमाणु हथियार लगाए जा सकते हैं। यह 300 किलोमीटर से 800 किलोमीटर तक की दूरी पर बैठे दुश्मन पर अचूक निशाना लगाती है। इसकी गति इसे सबसे ज्यादा घातक बनाती है। यह 4300 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हमला करती है। यानी 1.20 किलोमीटर प्रति सेकेंड। इसके छूटने के बाद दुश्मन को बचने का या हमला करने का मौका नहीं मिलता।