कह रही हैं भूमि पेडणेकर, जो अपनी बहन समीक्षा के साथ क्रिसमस मनाने दुबई जाने वाली हैं
महामारी के बावजूद बॉलीवुड स्टार भूमि पेडणेकर के लिए 2020 का साल बड़ा दिलचस्प साबित हुआ। इस साल उनकी दो फिल्में ‘डॉली किट्टी और वो चमकते सितारे’ तथा ‘दुर्गामती’ सामने आईं, जिसमें पहली बार पूरी फिल्म का दारोमदार उनके ही कंधों पर डाला गया था। इन फिल्मों की रिलीज ने उनके पर्फॉरमेंस की विविधता को लेकर उन्हें क्रिटिकल एक्लेम दिलाया। दरअसल भूमि ने इन दोनों प्रोजेक्ट का महामारी के दौरान जमकर प्रचार भी किया और इस बात का पूरा खयाल रखा कि वह वायरस से संपर्क में हरगिज न आने पाएं। नए-नए ब्रांड के दम पर उनकी साख लगातार बढ़ती जा रही है और उन्होंने इस साल प्रचार-प्रसार वाली छह बिल्कुल नई डील साइन की हैं! यह यकीनन इस बात का सबूत है कि आज वह बॉलीवुड का एक भरोसेमंद चेहरा हैं।
उन्होंने अपने क्लाइमेट के पक्षधर अभियान ‘क्लाइमेट वारियर’ के लिए दिन-रात एक कर दिया और इसके साथ-साथ भारत में क्लाइमेट चेंज को लेकर जागरूकता पैदा करने के लिए उन्होंने पूरे साल काम किया है! बदलाव की आवाज के तौर पर भूमि के दबदबे को वैश्विक नागरिक पहल ‘काउंट अस इन’ ने टैप किया है। उन्होंने क्लाइमेट चेंज को केंद्र में रखकर भारत में अभियानों की संयुक्त योजना एवं रणनीति बनाने के लिए भूमि को तैनात किया है। तो 2020 के दौरान उनके हाथ में बहुत काम रहा और अब वह अपनी बहन समीक्षा के साथ क्रिसमस मनाने दुबई जाने वाली हैं।
भूमि बताती हैं, “महामारी के बावजूद मैं सौभाग्यशाली रही कि इस साल मैंने दो फिल्में शूट और रिलीज कीं तथा कई ब्रांडों के साथ सहभागिता भी की है। तो पूरे साल भर मेरे हाथ में बहुत काम रहा। मेरी वकील बहन का भी यह साल बड़ा व्यस्त गुजरा है। ऐसे में पेडणेकर बहनों ने फैसला किया कि हमें अनवाइंड करने और बस एक-दूसरे के साथ रहने का थोड़ा समय निकालना ही चाहिए।’’
हालांकि पेडणेकर बहनें दुबई में अपनी मॉम को बहुत मिस करने जा रही हैं! वह कहती हैं, “दुर्भाग्यवश मेरी मॉम सफर नहीं कर पाएंगी, क्योंकि महामारी के मद्देनजर हम कोई रिस्क नहीं लेना चाहते। जाहिर है, वहां हमें उनकी याद बेहद सताएगी।’’
भूमि को लगता है कि दोनों बहनों को ढेर सारी यादें संजोनी हैं और इसके लिए शुक्रगुजार होना है। इस वर्सेटाइल एक्ट्रेस का कहना है- “मुझे लगता है कि समीक्षा और मुझको ढेर सारी यादें संजोनी हैं और बहुत कुछ शेयर व डिस्कस करना है। मैं अपने इस छोटे-से वैकेशन को लेकर वाकई इक्साइटेड हूं। हम दोनों हर साल किसी न किसी सफर पर साथ निकलते हैं और हमेशा धमाल मचता है। इस साल दुबई जाना हमें बड़ी बहादुरी वाला सफर लगा। यह एक छोटी-सी ट्रिप है, लेकिन इतना तो तय है कि हम साथ-साथ खूबसूरत यादें लेकर लौटेंगे।