भुवनेश्वर। ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को ओडिशा हॉकी विश्व कप टूनार्मेंट में तीसरे स्थान के लिए खेले गए मुकाबले में इंग्लैंड को 8-1 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया। इस हार के कारण इंग्लैंड की टीम लगातार तीसरी बार कांस्य पदक हासिल करने से चूक गई। ब्लेक गोवर्स ने आठवें मिनट में पहला गोल कर ऑस्ट्रेलिया का खाता खोला। इस टूनार्मेंट में ऑस्ट्रेलिया के लिए गोवर्स का यह 7वां गोल था। इसके अगले ही मिनट में टॉम क्रेग ने फील्ड गोल करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 2-0 की बढ़त दिला दी।
दूसरे क्वार्टर में भी क्रेग ने अच्छा प्रदर्शन किया और 19वें मिनट में गोल करते हुए टीम को 3-0 से आगे किया। कांस्य पदक के लिए पहले हाफ के समापन तक मौजूदा विजेता ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ 3-0 की बढ़त बना ली। दूसरे हाफ में भी ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ अपना आक्रामक खेल बरकरार रखा था। ऐसे में 33वें मिनट में ट्रैंट मिटन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए चौथा गोल किया। यह इस टूनार्मेंट में टीम के लिए किया गया उनका पहला गोल था। इसके अगले ही मिनट में ऑस्ट्रेलिया ने दो और गोल कर अपनी बढ़त 6-0 कर दी। टीम के लिए ये दो गोल मिटन और क्रेग ने किए।
क्रेग ने इसके साथ ही इस मैच में अपनी हैट्रिक भी पूरी की। इंग्लैंड को आखिरकार खाता खोलने का अवसर मिला और उसने बैरी मिडलटन की ओर से 45वें मिनट में किए गए गोल के दम पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ स्कोर 1-6 किया। वर्ल्ड नम्बर-1 ऑस्ट्रेलिया की कोशिश अब इंग्लैंड को रोके रखने की थी, ताकि वह अंत में जीत हासिल कर कांस्य पदक पर कब्जा जमा सके। इस क्रम में उसने आखिरी मिनट में मिले दो पेनाल्टी कॉर्नर पर जेज हेवर्ड की ओर से किए गए दो गोल के साथ इंग्लैंड को 8-1 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया।