नई दिल्ली। भागलपुर हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के आरोप में अर्जित शाश्वत को पटना से भागलपुर लाया गया था।
पार्टियों ने झूठी FIR दर्ज करवाई
कोर्ट के फैसले के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि शाश्वत के खिलाफ विपक्षी पार्टियों ने झूठी FIR दर्ज करवाई थी। जब उसकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज हो गई तो शाश्वत ने कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए सरेंडर कर दिया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम मांग करते हैं कि मामले की केंद्र और राज्य की एजेंसियों द्वारा निष्पक्ष जांच करवाएं। शाश्वत के पुलिस हिरासत में आने से पहले फिल्मी ड्रामा हुआ।
कल किया था सरेंडर
पुलिस का दावा है कि उन्हें गिरफ्तार किया गया जबकि शाश्वत ने मीडिया के सामने कहा कि उन्होंने सरेंडर किया है। शनिवार देर रात शाश्वत दर्जनों समर्थकों के साथ शास्त्रीनगर के हनुमान मंदिर पहुंचे थे। यहां एडिशनल एसपी राकेश दुबे की अगुवाई में स्पेशल ब्रांच की टीम ने उन्हें हिरासत में लिया।